Nanhi pari aur rajkumari Ki Kahani दोस्तों बचपन में हम सब ने दादी, नानी से अनेकों कहानियां सुनी है। जिसमें से परियों की कहानी (pariyo Ki Kahani) एक ऐसी कहानी थी जो लगभग सभी को पसंद आती थी और सभी बड़ी ध्यान से सुनते थे।
आज के समय बहुत लोग गूगल पर मुझे एक नन्ही परी और राजकुमारी की कहानी सुनाओ (Chhoti Rani Aur Nanhi Pari Ki Kahani) ये लिखकर सर्च करते है। तो यहां हम आपको एक नन्ही परी और राजकुमारी की कहानी बताने वाले है। तो इस Fairy story in Hindi या Fairy Story लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
नन्ही परी और राजकुमारी की कहानी – Chhoti Rani Aur Nanhi Pari Ki Kahani
बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक नन्ही परी रहती थी जिसका नाम वर्षा था। वर्षा बहुत ही प्यारी और शरारती परी थी, जो हमेशा खुश रहना चाहती थी और दुनिया के सभी लोगों को भी खुशी देना चाहती थी।
एक दिन की बात है, जब वर्षा परी ने देखा कि जंगल में एक बहुत ही सुंदर राजकुमारी खेल रही थी। वह राजकुमारी अपनी खेल के साथ-साथ ख़ुशियों में पूरी तरह डूबी हुई थी, लेकिन कुछ बुरी परियों की कहानी सुनकर वर्षा परी ने देखा कि वह प्यारी सी राजकुमारी की आँखों में दुःख की भावनाएँ भी छिपी हुई थीं। यह को देखकर वर्षा परी ने राजकुमारी से यह सच जानने की कोशिश की वह क्यो दुखी है।
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वर्षा परी ने राजकुमारी से बात की और उसे पूछा कि क्या हुआ है। राजकुमारी ने बताया कि उसके पास बहुत सारे खिलौने हैं, लेकिन उसकी एक भी दोस्त नहीं हैं, इसलिए वो दुखी है।
वर्षा परी ने देखा कि हस प्यारी सी राजकुमारी को दोस्तों की ज़रूरत है यह सब सोचकर उसने एक बेहतरीन निर्णय लिया। वो राजकुमारी की मित्र बनने का फैसला किया। धीरे-धीर वह राजकुमारी की सबसे अच्छी मित्रा बन गई। वह रोज उस रामकुमारी के साथ खेलती थी। वर्षा परी ने रामकुमारी को बहुत ही कीमती चीज सिखाया कि कैसे खुद को खुश रखने के लिए खुद को प्रिय और सहायक बनाना चाहिए ना कि दूसरो पर निर्भर रहना चाहिए।
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राजकुमारी ने वर्षा परी के हुई मित्रता और उसके साथ खेलना बहुत पसंद करने लगी, इससे वह बहुत खुश रहने लगी। उसने सीखा कि खिलौना या अन्य सुख सुविधा की चीजों से खुशी नहीं मिलती, वहीं दोस्ती से असली ख़ुशी मिलती है।
सिख (Moral of Story)
नन्ही परी और राजकुमारी की कहानी हमें यह सिखाती है, कि जीवन में खुश रहने के लिए हमें सिर्फ खुद के साथ या सुख-सविधा की चीज ही नहीं, बल्कि दूसरों के साथ भी अच्छे और सहायक बनकर रहना चाहिए। दोस्ती और सहयोग से ही हम जीवन में असली ख़ुशी पा सकते हैं।
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