गणतंत्र दिवस पर निबंध 1000 शब्दों में | Gantantra Diwas Par Nibandh

Republic Day Essay : इस लेख में हम आपको गणतंत्र दिवस पर निबंध (Gantantra Diwas Par Nibandh) बताएंगे। यह लेख उन लोगों की मदद कर सकती है, जो अपने स्कूल या कॉलेज में आयोजित परिक्षा या निबंध प्रतियोगिता के लिए गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में (Republic Day Essay in Hindi) जानना चाहते है।

दोस्तों, बहुत सारे लोग निबंध प्रतियोगिता में गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखना है, पर उन्हें Gantantra Diwas Par Nibandh नहीं आती है। तो यह लेख खास उन्हीं लोगों के लिए है क्योंकि यहां हम सरल भाषा में गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में (Essay on Republic Day in Hindi) बताएंगे।

हमें उम्मीद है अगर आप इस Republic Day Essay को सही तरीके से पढ़ने के बाद आपको 26 January Par Nibandh जरूर आ जाएगी, और आप आसानी से गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में लिख या बोल पाएंगे। तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

Gantantra Diwas Par Nibandh
Essay on Republic Day in Hindi

गणतंत्र दिवस पर निबंध – Gantantra Diwas Par Nibandh

प्रस्तावना

हमारे देश में अनेक पर्व मनाया जाते हैं, जिनमें कुछ राष्ट्रीय पर्व भी होते हैं। गणतंत्र दिवस भारत का सर्वे शिरोमणि महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है अर्थात भारत के राष्ट्रीय पर्वों में 26 जनवरी अथवा गणतंत्र दिवस है यह प्रमुख स्थान रखता है।

15 अगस्त 1947 को हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था पर हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। यानी भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। तभी से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

सही अर्थों में स्वतंत्रता का श्री गणेश इसी दिन से हुआ था और देश में चारों ओर खुशियों तथा उत्साह के लहर दौड़ गई थी। यानी सही अर्थों में देखा जाए तो 26 जनवरी 1950 को ही हमें पूर्ण रूप से स्वतंत्रता मिली थी। भले ही हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था लेकिन जो पूर्ण रूप से स्वतंत्रता मिली वह 26 जनवरी 1950 से जब स्वर्ण निर्मित भारतीय संविधान लागू हुआ था।

ऐतिहासिक महत्व

महत्व पर ऐतिहासिक दृष्टि से हमारा देश 26 जनवरी 1950 को पूर्णता स्वतंत्र हुआ क्योंकि इसी दिन हमारा संविधान पूर्ण रूप से लागू हो गया था।

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाए जाने से पहले इस दिवस को प्रतिज्ञा दिवस के रूप में मनाया जाता था। क्योंकि सन 1929 को 26 जनवरी के दिन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में देश के लिए पूर्ण स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा की थी और कहा था कि जब तक हमारे देश पर हमारा राज्य नहीं होगा तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।

नेहरू ने अधिवेशन में अंग्रेजों को ललकारा था।
देश स्वतंत्र करने का प्राण, सबसे वहां कराया था।

इसी प्रतिज्ञा का स्मरण करने के लिए हम प्रतिवर्ष 26 जनवरी को प्रतिज्ञा दिवस या गणतंत्र दिवस के रूप में मानते चले आ रहे हैं। इस दिन ही गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति देश रत्न डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को संपूर्ण अधिकार सौंप दिए थे।

“सौंप दिए अधिकार गवर्नर ने यहां आकर,
हुआ स्वदेशी राज्य सतत प्रेरणा पाकर।
प्रथम बार यह हुआ देश में जो परिवर्तन,
करने लगी विदेशी जनता भी अभिनंदन।।”

अतः भारत का गौरव हमारा गौरव है भारत की स्वतंत्रता हमारी स्वतंत्रता है हम सबको स्वतंत्रता के रक्षा हेतु प्रतिज्ञा करनी चाहिए।

“स्वतंत्रता हमको प्यारी है हम भी इसको निभाएंगे।
लगाकर तन की बाजी भी इसे उन्नत बनाएंगे।”

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उत्सव का आयोजन

यह राष्ट्रीय पर्व भारत के कोने-कोने में मनाया जाता है। इस समारोह के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश रहता है। बड़े-बड़े जलसे व जुलूस आयोजित किए जाते हैं। राजकीय और ऐतिहासिक भवनों पर दीपक जलाए जाते हैं। जो राजकीय भवन होते हैं जो ऐतिहासिक भवन पर दीपक जलाए जाते हैं लाइट जलाई जाती हैं।

विद्यालय व स्कूलों में भी गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता है, अनेक सांस्कृतिक प्रोग्राम का आयोजन होता है। स्कूल विद्यालयों के प्रधानाचार्य झंडा फहराते हैं बच्चों को मिष्ठान वितरित किए जाते हैं। बच्चे बहुत ही खुश होते हैं और साथ ही साथ पूरे दिन वहां पर नित्य नाटक भाषण और विभिन्न प्रोग्राम सांस्कृतिक प्रोग्राम होते हैं।

भारत की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस का विशेष आयोजन होता है। देश-विदेश से मुख्य अतिथि इस आयोजन में भाग लेने दिल्ली आते हैं। दिल्ली में इंडिया गेट के एक भव्य परेड निकाली जाती है, जिसे देखने प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में लोग वहां पहुंचते हैं। राष्ट्रपति विशेष सवारी से यहां पहुंचते हैं और यहां झंडा फहराते हैं।

झंडो को 21 तोपों की सलामी दी जाती है। तीनों से नाव, जल, थल तीनों सेनन द्वारा राष्ट्रपति को सलामी दी जाती हैं। यहां टैंको विमान और अस्त्र-शस्त्र का भी प्रदर्शन किया जाता है। परेड में प्रत्येक राज्य की सुंदर-सुंदर झांकियां भी निकल जाती हैं। सेना और पुलिस के दल अपने-अपने बंदों के साथ मार्च पास करते हैं।

विभिन्न राज्यों से आए लोक-नर्तक अपने-अपने नृत्य का प्रदर्शनकरते हैं। विद्यालय की छात्र-छात्राएं भी पॉइंट तथा नृत्य गीतों का प्रदर्शन करती हैं।

वायुसेना आकाश में अपने करतब दिखाते हुए और राजपथ पर फूलों की वर्षा करते हुए तिरंगा बनाते हैं, आकाश में तिरंगे रंग के गुब्बारे छोड़े जाते हैं। परेड का सीधा प्रसारण टीवी पर किया जाता है।

संध्या के समय सरकारी भवनों पर रोशनी की जाती है। अनेक स्थानों पर कवि सम्मेलन होते हैं, कव्वालियां होती है, मुशायरा होते हैं, आतिशबाजी छोड़ी जाती है। इसी दिन राष्ट्रपति देश-विदेश से आए अतिथियों को राष्ट्रपति भवन में भोज का आमंत्रण भी देते हैं।

उपसंहार

यह पर्व हमारे हृदय में राष्ट्रीयता की भावना को उत्पन्न करता है और देश पर बलिदान होने वाले वीरों की स्मृति दिलाता है। यह पर्व हमें अपने संविधान के प्रति कृतज्ञता और निष्ठावान रहने की प्रेरणा देता है। हमें अपने गणतंत्र और देश की अखंडता तथा एकता के लिए निरंतर प्रयास करते रहना होगा तभी हम स्वतंत्रता को अक्षर रख सकते हैं।

Conclusion

तो दोस्तो हमें उम्मीद है, हमने जो गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republic Day Essay in Hindi) बताई है, वो आपको पसंद आई होगी। इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें, ताकि अगर वह भी Gantantra Diwas Par Nibandh जानना चाहते हो तो आसानी से जान पाए।

यदि आपका इस गणतंत्र दिवस पर निबंध हिंदी में (Essay on Republic Day in Hindi) या 26 January Essay in Hindi लेख से संबंधित किसी भी तरह का सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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