DIG Kaise Bane – दोस्तों हमारे देश में सिविल सर्विस की परीक्षाओं का बहुत क्रेज रहता है, हर छात्र जो ग्रेजुएट हो चुके हैं उनके माता-पिता चाहते हैं कि बच्चे एक बार सिविल सर्विस का एग्जाम जरूर दें। सिविल सर्विस की परीक्षा को पास करके ऐसा पद प्राप्त किया जा सकता है, जिसमें की पावर भी होती है और सैलरी भी बहुत अच्छी होती है।
इसके अलावा सिविल सर्विस के अधिकारियों के लिए प्रमोशन के बहुत अच्छे-अच्छे विकल्प होते हैं। एक सिविल अधिकारी को उसके करियर के दौरान कई बार प्रमोशन मिलता है, आज हम एक ऐसे ही promoted पद DIG ऑफिसर की बात करने वाले हैं, जो भी छात्र सिविल सर्विस की परीक्षा पास करके IPS अधिकारी के रूप में कार्य करते हैं उन्हें 10- 15 साल के अनुभव के बाद DIG बनाया जाता है।
बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें DIG के पद के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन इस पोस्ट के माध्यम से आप DIG के पद के बारे में सारी जानकारी हासिल कर पाएंगे, इसलिए इसे अंत तक जरूर पढ़ें।
DIG का फुल फॉर्म – DIG Full Form
DIG का फुल फॉर्म Deputy Inspector General होता है। हिन्दी में इन्हे “पुलिस उप महानिरीक्षक”कहते हैं। भारत में यह एक पुलिस ऑफिसर का पद होता है जो Indian Police Service या Central Armed Police Forces में नियुक्त किए जाते हैं। ये sub divisional के अधिकारी के रूप में कार्य करते है।
DIG (डीआईजी) | Deputy Inspector General |
DIG Full Form in Hindi | उप-महानिरीक्षक |
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DIG क्या होता हैं? – DIG kya hota Hai
DIG पुलिस विभाग में एक सीनियर अधिकारी का पद होता है। यह पद भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service) या राज्य पुलिस सेवा (State Police Service) के members के लिए होता है। DIG ऑफिसर के ऊपर पुलिस डिपार्टमेंट के administrative और official काम के साथ साथ जनता की सुरक्षा व्यवस्था और कानून के पालन की जिम्मेदारी भी होती है।
DIG ऑफिसर, अपने क्षेत्र में पुलिस डिपार्टमेंट के प्रशासन से जुड़े हुए काम को देखते हैं, इसके अंतर्गत उन्हें अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति, कर्मचारियों का प्रमोशन और ट्रेनिंग इत्यादि की भी जिम्मेदारी लेनी होती है।
DIG बनने के लिए योग्यता
आपको बता दे कि जो कैंडिडेट DIG बनने का सपना देख रहे हैं उनके लिए पहले IPS पद प्राप्त करना आवश्यक होता है एक IPS रैंक का अधिकारी ही आगे चलकर DIG बनता है।
नागरिकता – कैंडिडेट भारत के किसी भी राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
उम्र – कैंडिडेट की उम्र 21 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए। लेकिन आरक्षित वर्गों जैसे OBC और sc/st के लिए उम्र में छूट का प्रावधान है। OBC के लिए 21 से 35 वर्ष जबकि sc/st के लिए 21 से 37 वर्ष की आयु सीमा रखी गई है।
शिक्षा – कैंडिडेट किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या महाविद्यालय से ग्रेजुएट होना चाहिए। B.A,B.sc या B. com किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट छात्र DIG पद प्राप्त करने के योग्य माने जाते हैं।
शारीरिक योग्यता – इस पद को प्राप्त करने के लिए पुरुष कैंडिडेट की हाइट 165 cm होनी चाहिए,जबकि महिला कैंडिडेट की हाइट कम से कम 145 cm से 150 cm होनी चाहिए।
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DIG बनने की तैयारी – DIG Kaise Bane
भारत सरकार DIG के पद के लिए सीधी भर्ती नहीं करती है बल्कि DIG का चयन IPS की नियुक्ति द्वारा होता है।
इसके लिए कैंडिडेट को UPSC (union public service commission) द्वारा आयोजित सिविल सेवा की परीक्षाओं को पास करना आवश्यक है।
कैंडिडेट सिविल सेवा की परीक्षा पास करके एक IPS अधिकारी के रूप में ज्वाइन करते हैं,और SP (Superintendent of Police) की पोस्ट प्राप्त करते हैं।जब कैंडिडेट 15 साल तक SP के पद पर कार्य करके अनुभव प्राप्त कर लेते हैं तब उन्हें प्रमोट करके DIG के रूप में नियुक्त किया जाता है।
DIG बनने की प्रक्रिया
एक DIG ऑफिसर के बैज पर एक अशोक चिन्ह, 3 स्टार और IPS का बैज लगा होता हैं, और इस बैज को प्राप्त करने के लिए आपको UPSC द्वारा आयोजित सिविल सर्विस की परीक्षा का फॉर्म भरना होगा।
यह परीक्षा हर साल कराई जाती है, इस परीक्षा को तीन भागों में बांटा गया है
प्रारंभिक परीक्षा (Pre exam)
प्रारंभिक परीक्षा बनने के लिए सबसे पहली सीढ़ी मानी जाती है। छात्र को दो पेपर देने होते हैं। दोनों ही पेपर बहुविकल्पीय प्रश्न वाले होते हैं।
1.General studies – इस पेपर में 100 प्रश्न होते है। इनको हल करने के लिए छात्रों को 2 घंटे का समय दिया जाता है, और पेपर का कुल अंक 200 है।इसमें इतिहास,भूगोल पर्यावरण,अर्थव्यवस्था,राजनीति और विज्ञान और करंट अफेयर संबंधी प्रश्न आते हैं।
2.CSAT – इसमें छात्रों को 80 प्रश्नों को हल करना होता हैं।इसके लिए 2 घंटे का समय दिया जाता है, पेपर में कुल अंक 200 है। इसमें comprehension, communication skill, interpersonal skill, analytics ability ,decision making logical reasoning से प्रश्न आते हैं।
मुख्य परीक्षा (Mains exam)
जो छात्र प्रारंभिक परीक्षा के दोनों पेपरों को पास कर लेते हैं उन्हें मुख्य परीक्षा में बैठने का अधिकार होता है।
मुख्य परीक्षा एक Descriptive Type Paper होता हैं, इसमें छात्र को सभी प्रश्नों के उत्तर को विस्तार से लिखना होता है इसमें 9 पेपर होते हैं
जिनमे सामान्य अध्ययन के 4 पेपर होते हैं , सभी पेपरों के कुल अंक 250 रखे गए हैं। 2 पेपर optional subject के होते हैं, जिसमें छात्र को खुद अपने optional subject का चुनाव करना होता है। दोनों ही पेपर 250 अंकों के होते हैं।
1 पेपर निबंध यानी essay का होता है, जिसमें देश विदेश से संबंधित महत्वपूर्ण टॉपिक दे दिया जाता है और छात्र पर लिखते हैं। निबंध के पेपर का कुल अंक 250 रखा गया है। और 2 पेपर language के होते हैं। जिसमें से एक language का एक पेपर English अनिवार्य होता है और language का दुसरा पेपर छात्र द्वारा चुनी गई भाषा के आधार पर होता है। भाषा के दोनों ही पेपर तीन 300 अंक के रखे गए हैं।
इंटरव्यू (Interview)
छात्र प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा को मेरिट के अनुसार पार कर लेते हैं , उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है इंटरव्यू में 275 अंक निर्धारित किए गए हैं।
के दौरान छात्र के व्यक्तिगत क्षमताओं की जांच की जाती है, बातचीत करके पता लगाने का प्रयास किया जाता है कि छात्र का स्वभाव कैसा है और वह किस प्रकार निर्णय ले सकता है।
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DIG के कार्य क्या होता है?
DIG ऑफिसर के ऊपर निम्नलिखित जिम्मेदारियां होती हैं –
प्रशासनिक कार्य – DIG पुलिस विभाग के सभी प्रशासनिक कार्यों को देखते हैं। डिपार्टमेंट का मैनेजमेंट, ऑफिस की व्यवस्था ,सभी कर्मचारियों की सैलरी , बजट, कर्मचारियों की ट्रेनिंग की जिम्मेदारी DIG ऑफिसर की होती है।
अपराध जांच – DIG को आपराधिक मामलों जैसे हत्या,चोरी के मामले में कार्यवाही करने का पूरा अधिकार होता है। सबूतों और गवाहों की छानबीन करना तथा न्याय दिलाने का काम DIG ऑफिसर का होता है।
सीमा सुरक्षा – DIG को भारत की सीमा सुरक्षा के क्षेत्र में कार्य करने का भी अधिकार होता है। उन्हें बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स(BSF) और अन्य सुरक्षा बलों की निगरानी, बॉर्डर पर अपराधों के रोक और उनके खिलाफ कार्रवाई की जिम्मेदारी दी जाती है।
DIG की सैलरी कितनी होती है?
एक DIG की सैलरी तय करने का अधिकार केंद्र सरकार के पास होता है। 7th Pay Commission के अनुसार DIG की सैलरी 37400-67000 रूपए तक होती है।
इसके अलावा DIG को रहने के लिए आवास ,गाड़ी, सुरक्षा के लिए गार्ड भारत सरकार की तरफ से दिए जाते हैं, ऑफिसर सामान्य लोगों की तुलना में कम दरों की ब्याज पर लोन भी ले सकते हैं।
आपको बता दें ,कि पूरे देश में DIG ऑफिसर को हर राज्य में बराबर सैलरी दी जाती है।
Conclusion
तो दोस्तो हमने जो DIG कैसे बने (DIG kaise Bane) इसकी विस्तारपूर्वक जानकारी दी है, वो आपको पसंद आई होगी। इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें। ताकी वो भी डीआईजी (DIG) कैसे बना जा सकता है एवं DIG Full Form आदि जान पाए।
यदि आपका इस DIG कैसे बने (DIG kya hota Hai) या DIG Full Form लेख से संबंधित कुछ सुझाव या सवाल हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।